बीते जमाने की मशहूर अदाकारा आशा पारेख ने कहा है कि केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी के मुझे चोट पहुंचाई है। आशा ने कहा गडकरी का यह बयान कि पद्मभूषण पुरस्कार पाने के लिए मैं उनके पीछे पड़ी थी, काफी कष्टप्रद था। आशा पारेख की आत्मकथा ‘द हिट गर्ल’ का 10 अप्रैल को लॉन्च होनी है।
राष्ट्रीय राजमार्ग एंव परिवहन मंत्री ने पिछले साल कहा था कि आशा पारेख ने इस पुरस्कार के लिए सिफारिश लगवाने के लिए उनसे मुलाकात की थी।
74 साल की आशा ने कहा कि गडकरी का बयान ठीक नहीं था। आशा ने कहा, मुझे इससे चोट पहुंची है। जो उन्होंने किया वह सही नहीं था। लेकिन मैंने उसे एक चुटकी नमक के साथ निगल लिया। मेरे लिए यह मायने नहीं रखता, विवाद फिल्म उद्योग का एक हिस्सा है।
भारत रत्न और पद्म विभूषण के बाद पद्म भूषण तीसरा सबसे बड़ा नागरिक सम्मान है। गडकरी ने दावा किया था कि आशा ने उनसे कहा था कि भारतीय फिल्म उद्योग को दिए गए योगदान को देखते हुए वह पद्म भूषण की हकदार हैं।
आशा परेख को 1992 में ‘पदमश्री’ से और 2014 को ‘लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड’ से सम्मानित किया गया था। 1959 से 1973 के बीच आशा पारेख की गिनती टॉप एक्ट्रेसेस में होती थी। पारेख की आत्मकथा ‘द हिट गर्ल’ का विमोचन 10 अप्रैल को होना है।
उन्होंने कहा, मैं चाहती हूं कि लोग इस किताब को पढ़ें। मैं अपने अस्पताल पर भी ध्यान केंद्रिट करना चाहती हूं, इसलिए मुझे इसका उतना दबाव नहीं है। मुझे ज्यादा चिंता अस्पताल की है।