मुंबई। महाराष्ट्र के भंडारा-गोदिया उपचुनाव में इस्तेमाल किए जा रहे 25 प्रतिशत इलेक्ट्रॉनिक वोटिग मशीनों (ईवीएम) में खराबी होने के विपक्ष के आरोप के बीच, चुनाव आयोग ने कहा कि सभी खराब मशीनों को बदल दिया गया है और मतदान जारी है। निर्वाचन आयोग के कार्यालय प्रभारी अभिमन्यु काले ने मीडिया से कहा कि करीब 156 वीवीपीएटी या इलेक्ट्रॉनिक वोटिग मशीन (ईवीएम) को बदल दिया गया है या इसके बदले अतिरिक्त मशीनें लगा दी गई हैं।
काले ने निर्वाचन आयोग के सहायक अधिकारी अनंत वालस्कर के इससे पहले दिए गए बयान को खारिज कर दिया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि 64 मतदाता केंद्रों से ईवीएम-वीवीपीएट में गड़बड़ी होने की शिकायत मिली है, जिसमें से 35 मतदाता केंद्रों पर चुनाव रद्द कर दिया गया है। काले ने कहा, ‘‘निर्वाचन आयोग को छोड़ इसके बारे में निर्णय करने का अधिकार किसी को नहीं है और इस तरह का कोई भी आदेश जारी नहीं किया गया है।’’
वालस्कर ने सुबह कहा था कि कम से कम 35 मतदाता केंद्रों पर मतदान रोक दिया गया है और ईवीएम में गंभीर गड़बड़ी के चलते इन केंद्रों पर किसी अन्य दिन चुनाव कराए जाएंगे।’’ भंडारा-गोंदिया के खापा, मंधाल, हिंगना, खरबी और पालघर के तारापुर, शेलवली, कामारे, सतपती, मैकहोप, धुकतन, चिनचान और अन्य मतदाता केंद्रों पर ईवीएम-वीवीपीएट में गड़बड़ी की शिकायतें सामने आई हैं।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रफुल्ल पटेल ने आरोप लगाया, ‘‘भंडारा-गोदिया में लगभग 25 प्रतिशत ईवीएम खराब हैं या उनमें गड़बड़ी है।’’ पटेल ने पत्रकारों से कहा, ‘‘मुझे जानकारी मिली है कि इस लोकसभा सीट के हरेक विधानसभा क्षेत्र में करीब 60 मशीनें खराब हैं। चुनाव आयोग को इसपर गंभीर संज्ञान लेना चाहिए। उन मतों की सुरक्षा का क्या होगा, जो पहले ही खराब ईवीएम में कैद हो चुके हैं?’’
इस बीच सैकड़ों मतदाताओं को मतदान करने के लिए कड़ी धूप में इंतजार करना पड़ रहा है। खराब मशीनों की वजह से मतदान में काफी असर पड़ा है और अपराह्न दो बजे तक यहां केवल 25 प्रतिशत ही मतदान हुआ है।सत्तारूढ़ भाजपा की सहयोगी शिवसेना के नेताओं ने भी ईवीएम खराब होने पर चुनाव आयोग और सरकार की कड़ी आलोचना की है और दावा किया है कि इसकी अधिकतर शिकायत पार्टी(शिवसेना) के मजबूत गढ़ से आ रही है।