नई दिल्ली। पिछले साल बिहार बोर्ड का रिजल्ट आने के बाद यह देशभर में चर्चा का विषय बन गया था। टॉपर घोटाले के कारण बिहार और राज्य की शिक्षा व्यवस्था की जमकर खिल्ली उड़ी थी। ऐसा ही कुछ इस साल रिजल्ट आने के बाद एक बार फिर देखने को मिल रहा है। इस साल 12वीं की परीक्षा में साइंस, आर्ट्स और कॉमर्स तीनों संकायों में सिर्फ 35 फीसद छात्र ही पास हुए हैं। विवाद सिर्फ रिजल्ट खराब आना ही नहीं है, पिछली बार की टॉपर रूबी राय की तरह ही इस बार का टॉपर भी अपने विषय में फिसड्डी दिख रहा है।
पिछले साल रिजल्ट आया था तो तमाम मीडियाकर्मी टॉपर रूबी राय का इंटरव्यू करने पहुंचे गए थे। लेकिन रूबी के इंटरव्यू ने एक ऐसे घोटाले का खुलासा कर दिया, जिसके बारे में किसी ने सोचा भी नहीं था। आर्ट्स टॉपर रूबी राय ने न सिर्फ कैमरे के सामने पॉलिटिकल साइंस को प्रॉडिकल साइंस बताया, बल्कि यह भी कहा कि इस विषय में खाना बनाने के बारे में सिखाया जाता है। इस साल के आर्ट्स टॉपर गणेश भी सवालों के घेरे में हैं। रिजल्ट सामने आने के बाद मीडियाकर्मी गणेश को खोजते रहे, आखिरकार दो दिन बाद वह सामने आया। पता चला कि गणेश को म्यूजिक के प्रैक्टिकल में 70 में से 65 नंबर मिले हैं। एक निजी न्यूज चैनल ने जब गणेश से सुरों के बारे में जानना चाहा, उससे गाने के अंतरे और मुखड़े के बारे में जानना चाहा तो नया टॉपर भी पिछले साल की टॉपर रूबी राय के पदचिन्हों पर चलता दिखायी दिया।
गणेश ने जिस रामनंदन सिंह जगदीप नारायण उच्च माध्यमिक विद्यालय, चकहबीब, (ताजपुर) समस्तीपुर से पढ़ाई की और फॉर्म भरा वह विद्यालय न सिर्फ साधनविहीन है, बल्कि वहां कोई प्रशिक्षित शिक्षक तक नहीं है। ऐसे स्कूल से स्टेट टॉपर निकले तो शक होना जाहिर है। यही नहीं स्कूल में सिर्फ छह कमरे हैं और उन पर दरवाजा तक नहीं है। स्कूल के कमरों में कोई खिड़की नहीं है। दीवार पर प्लास्टर व फर्श भी नहीं है। प्रयोगशाला और लाइब्रेरी भी बस नाममात्र के लिए हैं। यहां तक कि स्कूल में बिजली का कनेक्शन भी नहीं है। गणेश के स्कूल के हालात कुछ कुछ वैसी ही हैं जैसे रूबी के स्कूल विशुन राय कालेज की थी। पिछले साल इस टॉपर घोटाले का खुलासा होने के बाद रूबी राय के कॉलेज के प्रिंसिपल बच्चा राय को गिरफ्तार कर लिया गया था।
पिछले साल रिजल्ट आया था तो तमाम मीडियाकर्मी टॉपर रूबी राय का इंटरव्यू करने पहुंचे गए थे। लेकिन रूबी के इंटरव्यू ने एक ऐसे घोटाले का खुलासा कर दिया, जिसके बारे में किसी ने सोचा भी नहीं था। आर्ट्स टॉपर रूबी राय ने न सिर्फ कैमरे के सामने पॉलिटिकल साइंस को प्रॉडिकल साइंस बताया, बल्कि यह भी कहा कि इस विषय में खाना बनाने के बारे में सिखाया जाता है। इस साल के आर्ट्स टॉपर गणेश भी सवालों के घेरे में हैं। रिजल्ट सामने आने के बाद मीडियाकर्मी गणेश को खोजते रहे, आखिरकार दो दिन बाद वह सामने आया। पता चला कि गणेश को म्यूजिक के प्रैक्टिकल में 70 में से 65 नंबर मिले हैं। एक निजी न्यूज चैनल ने जब गणेश से सुरों के बारे में जानना चाहा, उससे गाने के अंतरे और मुखड़े के बारे में जानना चाहा तो नया टॉपर भी पिछले साल की टॉपर रूबी राय के पदचिन्हों पर चलता दिखायी दिया।
गणेश ने जिस रामनंदन सिंह जगदीप नारायण उच्च माध्यमिक विद्यालय, चकहबीब, (ताजपुर) समस्तीपुर से पढ़ाई की और फॉर्म भरा वह विद्यालय न सिर्फ साधनविहीन है, बल्कि वहां कोई प्रशिक्षित शिक्षक तक नहीं है। ऐसे स्कूल से स्टेट टॉपर निकले तो शक होना जाहिर है। यही नहीं स्कूल में सिर्फ छह कमरे हैं और उन पर दरवाजा तक नहीं है। स्कूल के कमरों में कोई खिड़की नहीं है। दीवार पर प्लास्टर व फर्श भी नहीं है। प्रयोगशाला और लाइब्रेरी भी बस नाममात्र के लिए हैं। यहां तक कि स्कूल में बिजली का कनेक्शन भी नहीं है। गणेश के स्कूल के हालात कुछ कुछ वैसी ही हैं जैसे रूबी के स्कूल विशुन राय कालेज की थी। पिछले साल इस टॉपर घोटाले का खुलासा होने के बाद रूबी राय के कॉलेज के प्रिंसिपल बच्चा राय को गिरफ्तार कर लिया गया था।