नई दिल्ली। हार और जीत राजनीति का हिस्सा है, लेकिन उप्र के चुनाव परिणामों ने कई राजनेताओं के राजनीतिक करियर को ही डगमगा दिया है। इन्हीं में से एक हैं राज्यसभा सदस्य और बसपा प्रमुख मायावती। यूपी चुनाव परिणामों में बसपा की करारी हार का ऐसा असर होगा कि मायावती का अब फिर से राज्यसभा सांसद बनना मुश्किल हो गया है।
बसपा को इस चुनाव में सिर्फ 19 विधानसभा सीटों पर जीत हासिल हुई है, जबकि बीते विधानसभा चुनाव में उसे 87 सीटें मिली थीं। इस लिहाज से मायावती की 1991 के बाद से अब तक की ये सबसे करारी हार है क्योंकि तब बसपा को मात्र 12 सीटें मिली थी।
गौरतलब है कि मायावती का राज्यसभा कार्यकाल अगले साल अप्रैल में खत्म हो रहा है। ऐसे में मायावती के पास इतने भी विधायक या सांसद नहीं हैं कि वह अपने दम पर खुद राज्यसभा की सदस्य बन पाएं। 2012 का विधानसभा चुनाव हारने के बाद मायावती अपने 87 विधायकों के दम पर राज्यसभा की सदस्य बन गई थीं।