उन्नाव। उन्नाव दुष्कर्म कांड को लेकर पुलिस अपनी जांच तेज कर रही है और इसी कड़ी में एडीजी के नेतृत्व में एसआईटी की टीम दुष्कर्म पीड़िता को जांच के लिए माखी गांव पहुंची। बता दें कि मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार एसआईटी को आज शाम तक रिपोर्ट सौंपनी है। इस बीच इलाहाबाद हाईकोर्ट ने मीडिया रिपोर्ट्स के आधार पर पूरे मामले में संज्ञान लेते हुए महाधिवक्ता को बहस के लिए बुलाया है साथ ही यूपी सरकार से रिपोर्ट भी तलब की है। कोर्ट ने मामले में यथास्थिति बनाए रखने को कहा है।
वहीं दूसरी तरफ आरोपी विधायक कुलदीप सेंगर की पत्नी ने डीजीपी से मुलाकात कर अपने पति को निर्दोष बताया है।मीडिया से बात करते हुए विधायक की पत्नी ने कहा कि मेरे पति को फंसाया जा रहा है और यह एक राजनीतिक षडयंत्र है। उन्होंने इस मामले में गिरफ्तार किए गए अपने देवर और विधायक के भाई अतुल सिंह को भी बेकसूर करार दिया है। इस बीच खबर है कि एसआईटी इस मामले में कुलदीप सेंगर से पूछताछ कर सकती है।
अचानक प्रदर्शन के लिए जुटाई गई माखी गांव में भीड़
दुष्कर्म पीड़िता किशोरी के मामले की जांच के लिए माखी गांव में एसआईटी के पहुंचने के बाद अचानक विधायक के समर्थन में भारी भीड़ जुटाई गई। हाथ में तख्ती और पंपलेट आदि लेकर विधायक के समर्थन और मीडिया कवरेज का विरोण करने पर की जा रही है जमकर की जा रही नारेबाजी।
इस बीच मौके पर मौजूद भारी पुलिस बल बना मूक दर्शक। एडीजी राजीव कृष्णा और कांग्रेस के पूर्व सांसद अन्नू टंडन का घेराव कर लिया है। भीड़ काफी आक्रामक हो गयी है। एसआईटी माखी थाने में पीड़ित परिवार के साथ मौजूद है। इस बीच भीड़ थाने पर पहुंचने के लिए कर रही है जोर आजमाइश। उन्हें रोकने के लिए पुलिस फिलहाल दीवार बनी।
बड़ी कार्रवाई संभव
उन्नाव के माखी में हुए दुष्कर्म कांड में आज शाम तक राज्य सरकार कड़े कदम उठा सकती है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर इस मामले की जांच के लिए गठित एसआईटी को 24 घंटे के भीतर रिपोर्ट देने के लिए कहा गया है। यह रिपोर्ट आज शाम तक आ सकती है। इसके बाद कानून व्यवस्था के मुद्दे पर सख्त संदेश देने के लिए कड़े कदम उठाए जा सकते हैं। इस बीच विपक्ष ने मांग की है कि आरोपी विधायक को गिरफ्तार किया जाए।
इससे पहले पुलिस अभिरक्षा में मौत के बाद हरकत में आई पुलिस ने मंगलवार को बांगरमऊ के विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के भाई अतुल सिंह को गिरफ्तार कर लिया। इस मामले में चार अन्य आरोपितों को भी गिरफ्तारी हुई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद पुलिस ने भी यह मान लिया है कि पीड़िता के पिता की हत्या हुई है। लिहाजा पहले से दर्ज मारपीट के मुकदमे में हत्या की धारा बढ़ा दी गई है। गिरफ्तार आरोपितों को कोर्ट में पेश किया गया। जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है। इस बीच शासन ने एडीजी लखनऊ जोन राजीव कृष्ण के नेतृत्व में एसआईटी गठित की है। राष्ट्रीय व राज्य मानवाधिकार आयोग ने भी पूरे मामले में रिपोर्ट तलब की है।
विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के भाई व उसके गुर्गों की जिस बर्बरता पर पुलिस पर्दा डालने की कोशिश कर रही थी, उसे दुष्कर्म पीड़िता के पिता की पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने जगजाहिर कर दिया। सोमवार को आधी रात के बाद रिपोर्ट आई तो पता चला कि पीड़िता के पिता के शरीर में गंभीर अंदरूनी चोटें थीं। इसके बाद पुलिस कार्रवाई पर मजबूर हुई और मंगलवार भोर में ही विधायक के भाई अतुल सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया।
डीआईजी कानून-व्यवस्था प्रवीण कुमार ने बताया कि मारपीट के मामले में सोमवार को आरोपित विनीत, बउवा, शैलू व सोनू को गिरफ्तार किया गया था। एसआइटी उन्नाव के माखी थाने में दर्ज मारपीट व हत्या के मुकदमों, विधायक पर लगे दुष्कर्म के आरोप सहित प्रकरण से जुड़े सभी बिंदुओं पर जांच करेगी। पीड़िता की ओर से दिए गए प्रार्थनापत्र भी जांच में शामिल किए जाएंगे। एडीजी कानून-व्यवस्था आनन्द कुमार ने कहा कि विधायक कुलदीप सिंह सेंगर से भी पूछताछ की जाएगी।