एअर इंडिया की फ्लाइट में कर्मचारियों से झगड़ा करना या फिर किसी खास सीट को पाने के लिए बवाल करना अब उपद्रवी यात्रियों को महंगा पड़ सकता है. यही नहीं, यदि किसी यात्री की वजह से हवाई जहाज उड़ाने में देर हुई तो उससे लाखों रुपये का जुर्माना भी वसूला जाएगा. इस बारे में एअर इंडिया ने प्रस्ताव तैयार कर लिय़ा है और इसे लागू करने के बारे में कानूनी सलाह ली जा रही है.
शिवसेना सांसद रवीन्द्र गायकवाड और तृणमूल कांग्रेस की सांसद डोला सेन जैसे वीआईपी यात्रियों के हंगामे से तंग आकर अब एयर इंडिया ने जो प्रस्ताव तैयार किया है.
एयर इंडिय़ा के प्रस्ताव में कहा गया है कि हाल में जैसी घटनाएं हुईं है उससे कंपनी को निगेटिव पब्लिसीटी मिलती है और कर्मचारियों के मनोबल पर असर पडता है. इसलिए इस प्रस्ताव को लागू करने की तैयारी चल रही है और इस बारे में कानूनी सलाह ली जा रही है.
गौरतलब है कि शिवसेना के सांसद रवीन्द्र गायकवाड़ पर एयरलाइन के एक कर्मचारी के साथ हाथापाई करने के बाद 15 दिनों तक किसी भी एयरलाइन्स से यात्रा करने पर प्रतिबंध लगा था. लेकिन जैसे ही उन पर प्रतिबंध हटा, खबर आई की तृणमूल कांग्रेसकी सांसद ड़ोला सेन ने फ्लाइट में इसलिए हंगामा कर दिया कि वह अपनी मां के लिए ज्यादा लेग स्पेस वाली सीट चाहती थीं. लेकिन वह सीट इमरजेंसी गेट के पास थी, जहां नियमों के मुताबिक बीमार और बच्चों को नहीं बिठाय़ा जाता. डोला सेन के हंगामे की वजह से फ्लाइट के उडने में आधे घंटे से ज्यादा की देरी हुई.
एअर इंडिया के अलावा सरकार भी अलग से ऐसे यात्रियों की एक लिस्ट तैयार करने के बारे में सोच रही है जो लगातार हवाई यात्रा के दौरान उपद्रव करते हैं. ऐसे यात्रियों की लिस्ट तैयार करने के बाद उनके हवाई यात्रा पर रोक लग सकती है.