माया नगरी मुंबई अपने सदाबहार मौसम के लिए जानी जाती है। वैसे मौसम विशेषज्ञों ने यहां के 82 दिनों को बेहद खुशगवार बताया है। पर आलम ऐसा ही रहा तो इन खुशगवार दिनों की संख्या कम हो जाएगी। इस तरह की चेतावनी एक नये शोध में दी गई है। अध्ययनकर्ताओं ने पाया कि ऐसा नहीं कि असर सिर्फ मुंबई पर ही पड़ेगा, मगर यह नगर ज्यादा प्रभावित होगा। वर्तमान में मुंबई में प्रतिवर्ष 82 दिन खुशगवार मौसम होता है। शोधकर्ताओं के मुताबिक 2035 तक महानगर में 16 खुशनुमा दिनों की संख्या कम हो जाएगी और 2100 तक यह घटकर 44 रह जाएगी। चक्रवात, सूखा, बाढ़, बर्फीले तूफान और मौसम के अन्य प्रारूपों पर काफी अध्ययन हुआ है, लेकिन अभी तक खुशनुमा मौसम की अनदेखी की गई है। अमेरिका के राष्ट्रीय समुद्र विज्ञान और वायुमंडल प्रशासन (एनओएए) तथा प्रिंसटन विश्वविद्यालय ने पहला वैश्विक विश्लेषण पेश किया कि किस तरह जलवायु परिवर्तन का खुशनुमा मौसम पर असर होता है। हालांकि एक ओर इससे संबंधित अध्ययन में कहा गया कि जिस तरह जलवायु बचाने की पहल पूरी दुनिया में चल रही है, उसी तरह मुंबई के मौसम पर विपरीत प्रभाव डालने पर प्रदूषण को रोकने की पहल भी होनी चाहिए। ताकि मुंबई के खुशनुमा एहसास को कम न किया जा सके।