गुजरात के राजकोट और भावनगर से एटीएस ने आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएसआईएस) के दो संदिग्ध आतंकवादियों को पकड़ा है. दोनों संदिग्ध आतंकियों के आलाकमान के संपर्क में थे.
एटीएस को दोनों संदिग्धों के पास से अहम दस्तावेज मिले हैं. दोनों के नाम वसीम और नईम है. दोनों सगे भाई हैं. चौंकाने वाली बात यह है कि उनके पास से जब्त किए लैपटॉप में बम बनाने की टेक्नोलॉजी थी. इसके अलावा, बरामद मोबाइल में बम बनाने का वीडियो था.
एटीएस से पूछताछ में दोनों भाइयों ने बताया कि उनकी योजना चोटिला चामुंडा मंदिर में धमाके करने की थी. इसे अंजाम देने के लिए लगभग पूरी तैयारी कर ली गई थी.
अहम दस्तावेजों के अलावा, संदिग्धों के पास सुतली बम, गन पाउडर और बैटरी मिली है. वसीम और नईम के पिता आरिफ सौराष्ट्र यूर्निवसिटी में कर्मचारी हैं. शौकिया तौर पर वे क्रिकेट मैच में अंपायरिंग करते हैं. पिछले एक महीने से एटीएस की वसीम और नइम की गतिविधियों पर पैनी नजर थी.
आतंकवाद निरोधक दस्ते के पुलिस उपाधीक्षक केके पटेल ने कहा कि गुप्त सूचना के आधार पर गुजरात एटीएस टीम ने वसीम को राजकोट और उसके भाई नईम को भावनगर से गिरफ्तार किया. एटीएस ने शनिवार रात दो टीमें बनाई थी और उन दोनों को पकड़ा.
वे बम बनाने वाली सभी सामग्री के साथ तैयार थे और अगले दो दिनों में धार्मिक स्थानों पर धमाके करने की साजिश कर रहे थे. उनकी गिरफ्तारी से बड़ा आतंकवादी हमला टल गया. वे टि्वटर और अन्य सोशल मीडिया नेटवर्कों के माध्यम से देश के बाहर आईएसआईएस कार्यकर्ताओं के संपर्क में थे.
एटीएस के पुलिस अधीक्षक हिमांशु शुक्ला ने कहा कि यह सच है कि चोटिला मंदिर उनके निशाने पर था. लेकिन हम आगे की जांच को ध्यान में रखकर इस समय और ज्यादा कुछ नहीं बता सकते.
हाल ही में केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा था कि इस्लामिक स्टेट से प्रभावित 67 युवकों को देश के अलग-अलग कोनों से गिरफ्तार किया गया है. ये लोग आतंकी हमले का योजना बना रहे थे. केंद्रीय खुफिया एजेंसियों और स्टेट एजेंसियों के सहयोग से इन लोगों को पकड़ा गया और खतरनाक साजिश टल गई.