ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री मैल्कम टर्नबुल चार दिन के भारत दौर पर हैं। दिल्ली में भारत-ऑस्ट्रेलिया प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता हुई। दोनों देशों के बीच कुल 6 करार हुए हैं। इतना ही नहीं दोनों देश आतंकवाद के खिलाफ हर कदम उठाने में भी एक-दूसरे का साथ देंगे। वार्ता के बाद पीएम मोदी ने ऑस्ट्रेलियाई पीएम से साथ दिल्ली मेट्रो में यात्रा की। अक्षरधाम मंदिर जाने के लिए दोनों नेताओं ने मंडी हाउस मेट्रो स्टेशन से अक्षरधाम मेट्रो स्टेशन तक सफर किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके ऑस्ट्रेलियाई समकक्ष मैल्कम टर्नबुल की बैठक के बाद दोनों देशों ने आतंकवाद से निपटने में सहयोग को बढ़ावा देने वाले एक करार समेत छह समझौतों पर हस्ताक्षर किए। दोनों नेताओं ने पारस्परिक हितों और चिंताओं के विभिन्न द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर व्यापक चर्चा की। टर्नबुल के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में मोदी ने कहा कि उन्होंने रिश्तों से संबंधित सभी पहलुओं पर चर्चा की और व्यापक आर्थिक सहयोग समक्षौते पर अगले दौर की चर्चा के जल्द आयोजन समेत कई दूरदर्शी फैसले किए।
भारत-प्रशांत क्षेत्र में शांति और स्थिरता पर जोर देते हुए मोदी ने कहा कि आतंकवाद और साइबर सुरक्षा जैसी चुनौतियों के लिए वैश्विक रणनीति और समाधान की जरूरत है। दोनों पक्षों ने आतंकवाद से निपटने को लेकर सहयोग को बढ़ावा देने वाले करार को अंतिम रूप दिया। यह करार गृह मंत्रालय और ऑस्ट्रेलियाई गृह मंत्रालय के बीच हुआ।
मोदी ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया भारत को यूरेनियम के निर्यात के लिए तैयार है तो टर्नबुल ने कहा कि उनकी सरकार भारत को जल्द-से-जल्द यूरेनियम के निर्यात को लेकर आशान्वित है।
इससे पहले दोनों देशों के बीच वार्ता की शुरुआत होते ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने क्रिकेटरों के प्रदर्शन की बात रखी। उन्होंने विराट कोहली और ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्मिथ को क्रिकेटरों को प्रेरणा का स्रोत बताया। ऑस्ट्रेलिया के पीएम के साथ संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में पीएम मोदी ने कहा कि हम आपके नेतृत्व में रिश्तों के नए मील के पत्थर को छुएंगे। शिक्षा के क्षेत्र के विकास का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा कि दोनों देश इस पर काम कर रहें हैं। उन्होंने कहा कि विज्ञान और तकनीक के क्षेत्र में दोनों देश मिलकर आगे बढ़ रहे हैं।
इसी के चलते ऑस्ट्रेलिया 2022 तक 40 करोड़ भारतीयों के स्किल डेवलपमेंट में मदद करेगा। पीएम मोदी ने अपने भाषण में कहा कि आज ऑस्ट्रेलिया ने छात्र यहां पढ़ाई के लिए आते हैं, जिससे साबित होता है कि शिक्षा का क्षेत्र तेजी से विकास कर रहा है। बता दें कि 2015 में कार्यभार संभालने के बाद टर्नबुल का भारत में यह पहला दौरा है। मोदी ने कहा कि हम जानते हैं कि इस वैश्वीकृत विश्व में आतंकवाद और साइबर सुरक्षा जैसी चुनौतियों का सामना हमारे क्षेत्रों की सीमाओं से परे हैं।
पीएम मोदी के बाद टर्नबुल ने वार्ता को संबोधित किया। उन्होंने दोनों देशों के रिश्ते मजबूत हो इस पर जोर दिया। शिक्षा के क्षेत्र टर्नबुल ने कहा कि हम यह सुनिश्चित करेंगे कि भारतीय छात्रों को उत्कृष्ट अवसर मिलते रहें।
ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री मैल्कम टर्नबुल ने पीएम मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में भारत तरक्की और विकास के असाधारण रास्ते पर बढ़ रहा है। भारत दौरे पर आए ऑस्ट्रेलिया के टर्नबुल ने कहा कि उनका देश भारत के साथ पहले से कहीं अधिक मजबूत संबंध चाहता है। उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री (नरेंद्र) मोदी विकास के पथ पर इस उत्कृष्ट राष्ट्र की प्रभावपूर्ण अगुवाई कर रहे हैं। भारत की उपलब्धियां दुनिया के लिए उदाहरण हैं। हम (ऑस्ट्रेलिया) भारत के साथ मिलकर पहले से कहीं अधिक घनिष्ठता के साथ काम करना चाहते हैं।”
टर्नबुल ने यहां राष्ट्रपति भवन में अपने औपचारिक स्वागत के बाद संवाददाताओं से कहा, “हमारे संबंध मजबूत हैं और इस दौरे से यह और प्रगाढ़ होगा।”टर्नबुल रविवार को चार दिवसीय भारत दौरे पर यहां पहुंचे। उन्होंने कहा, “दोनों देशों के नागरिक ऐतिहासिक मूल्यों को साझा करते हैं। प्रधानमंत्री (मोदी) और मैं इस दौरे के बाद आपसी संबंधों को और मजबूत बनाने को लेकर आशान्वित हैं।”
राष्ट्रपति भवन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टर्नबुल का स्वागत किया। इसके बाद उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। यह सितंबर 2015 में पदभार संभालने के बाद टर्नबुल का पहला द्विपक्षीय भारत दौरा है। इससे पहले उनके पूर्ववर्ती टोनी एबॉट सितंबर 2014 में भारत दौरे पर आए थे। इसके बाद उसी साल नवंबर में प्रधानमंत्री मोदी ने ऑस्ट्रेलिया का दौरा किया था। मोदी की टर्नबुल के साथ दिन में द्विपक्षीय शिखर वातार् होने वाली है, जिसके बाद दोनों पक्षों के बीच कई समझौतों पर हस्ताक्षर होंगे।