नई दिल्ली। देश के अगले राष्ट्रपति और उप राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव के लिए चुनाव आयोग ने बुधवार को पांच बजे तारीख की घोषणा की। राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी का कार्यकाल इसी जुलाई माह में पूरा हो रहा है, ऐसे में देश के अगले राष्ट्रपति का चुनाव प्रणव मुखर्जी के कार्यकाल के पूरा होने से पहले कराया जाएगा।
चुनाव आयोग के अध्यक्ष नसीम जैदी ने कहा कि चुनाव विशेष पेन के जरिये कराया जाएगा। अगले महीने देश के 14वें राष्ट्रपति को चुना जाएगा। 14 जून को अधिसूचना जारी की जाएगी। नामांकन की आखिरी तारीख 28 जून होगी और 1 जुलाई को नाम वापस लिए जा सकेंगे। 17 जुलाई को राष्ट्रपति पद का चुनाव होगा। यदि जरूरी हुआ तो, 20 जुलाई को मतों की गिनती होगी।
जैदी ने कहा कि भारत के राष्ट्रपति निर्वाचन में संसद के निर्वाचित सदस्यों के अलावा दिल्ली और पुडुचेरी विधानसभा के निर्वाचित सदस्यों के साथ ही सभी विधानसभाओं के निर्वाचित सदस्य मतदान करते हैं। उन्होंने कहा कि राजनैतिक दल इस दौरान व्हिप जारी नहीं कर सकेंगे।
विपक्षी दलों में अब तक राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार को लेकर आम सहमति नहीं बन पाई है, जबकि सरकार भी अपनी पार्टी और सहयोगी दलों के साथ राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार को लेकर आम सहमति बनने में जुटी है।
इस चुनाव के लिए विशेष पेन का इस्तेमाल किया जाएगा, जिसे चुनाव आयोग मुहैया कराएगा। राष्ट्रपति पद के बारे में संविधान के अनुच्छेद 54 में इसका जिक्र किया गया है। आनुपातिक प्रतिनिधित्व प्रणाली के आधार पर एकल हस्तांतरणीय मत द्वारा राष्ट्रपति का चयन किया जाता है।
राष्ट्रपति चुनाव में लोकसभा और राज्यसभा के कुल 776 सांसदों के अलावा विधानसभाओं के 4120 विधायक वोट डालेंगे। कुल 4896 लोग मिलकर नए राष्ट्रपति का चुनाव करेंगे, जिनके मतों की कुल कीमत 10.98 लाख है।