करैरा। मंदसौर कांड को लेकर कांग्रेस के बंद के दौरान कांग्रेस की महिला विधायक और टीआई के बीच जमकर झड़प हो गई। विधायक कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ सहायता केंद्र के निकट सीएम का पुतला जला रहे थे। कार्यकर्ताओं को खदेड़ने और अधजले पुतले को बुझाने के लिए पुलिस ने दमकल से कांग्रेसियों पर पानी बरसाना शुरू कर दिया। महिला विधायक शकुंतला खटीक भीग गईं और गुस्से में टीआई संजीव तिवारी को जमकर खरी खोटी सुनाई। उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं से कहा कि थाने में आग लगा दो। इस दौरान टीआई बार-बार उनके हाथ जोड़ते रहे।
टीआई पर भड़की विधायक ने कहा कि महिलाओं का सम्मान करना सीखो, मुझे अभी ज्ञापन देने जाना है, क्या ऐसे भीग कर ज्ञापन देने जाऊंगी। मैं महिला हूं, पुरुष नहीं कि इसी तरह जा सकूं। दोनों पक्षों में जमकर विवाद हुआ। मौके पर पहुंचे एसडीओपी अनुराग सुजानिया ने विधायक से कार्यालय में बैठकर बात करने को कहा, लेकिन विधायक सार्वजनिक तौर पर टीआई संजीव तिवारी से मांफी मंगवाने पर अड़ गईं, इसके बाद टीआई ने विधायक से पानी छोड़ने पर सार्वजनिक तौर पर माफी मांगी।
हालांकि विधायक इतनी आक्रोशित थीं कि उन्होंने इसके बावजूद भी टीआई को करैरा से हटाने के लिए एक पत्र भी एसपी को लिखा है। टीआई संजीव तिवारी का मोबाइल लगातार स्विच ऑफ आता रहा। वहीं विधायक द्वारा टीआई पर चप्पल उछाले जाने की भी चर्चा होती रही।
यह बोलीं विधायक
सीएम का पुतला जलाने के दौरान टीआई संजीव तिवारी ने दमकल से जानबूझकर पानी हम लोगों पर छोड़ा। जिससे हम लोग भीग गए। ज्ञापन देने जाना था, एक महिला गीले कपड़ों में कैसे ज्ञापन देने जाएगी, आप खुद सोच सकते हैं। महिलाओं का सम्मान करना टीआई को आना चाहिए। मैंने इन्हें हटाने के लिए भी एसपी को पत्र लिखा है। जहां तक चप्पल का सवाल हैं, मैंने कोई चप्पल नहीं उछाली। – शकुंतला खटीक, विधायक करैरा।