मूल रूप से तेलगु और तमिल भाषा में बनी ‘बाहुबली-द कन्क्लूजन’ को अगर शरद केलकर की आवाज ना मिली होती तो सोचिए हिंदी भाषी दर्शकों के लिए इस फिल्म का रोमांच क्या होता? परदे पर जबरदस्त एक्शन करता हिंदी के दर्शकों के लिए बाहुबली केवल हवा में तलवार भांजता नज़र आता.
तेलुगू फिल्म की हिंदी डबिंग में बाहुबली को आवाज देने वाले अभिनेता शरद केलकर का कहना है कि लोगों को यकीन ही नहीं होता कि उन्होंने बाहुबली के किरदार की डबिंग की है. छोटे पर सक्रिय अभिनेता शरद केलकर को उनकी दमदार आवाज के लिए काफी सराहा जाता रहा, लेकिन उनकी जिंदगी में यूटर्न उस वक्त आया, जब उन्होंने राजामौली की फिल्म ‘बाहुबली’ के लिए वॉयस टेस्ट दिया.
उनके मुताबिक ‘मैं करण जौहर को बहुत पहले से जानता हूं, लेकिन जब उन्हें पता चला कि मैंने फिल्म में डबिंग की है, तो वह हैरान हो गए.’ अमूमन, डबिंग के दौरान भाषाई दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. शरद का कहना है कि मुझे हिंदीभाषी और एक अभिनेता होने के नाते ज्यादा परेशानी नहीं हुई.
शरद ने राजामौली के साथ काम करने के अनुभव के बारे में बताते हुए कहा “मैं राजामौली जैसे निर्देशक के साथ काम करने के मौके को गंवाना नहीं चाहता था. उनके साथ काम करना सपने के सच होने जैसा है. उम्मीद है भविष्य में बतौर अभिनेता उनके साथ काम करने का मौक़ा जरूर मिलेगा.