नई दिल्ली: ससंद सत्र से ठीक पहले विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने विपक्ष के नेताओं को एक विशेष बैठक के लिए आमंत्रित किया है. इस बैठक में सुषमा स्वराज विपक्ष को चीन के साथ डोकलाम विवाद और कश्मीर के माहौल पर उठाए गए कदमों की जानकारी देंगी. बैठक शुक्रवार शाम को गृहमंत्री राजनाथ सिंह के घर पर होगी.
दसअसल कश्मीर में लगातार बिगड़ते हालात के बीच हुए अमरनाथ यात्रियों पर हुए हमले और चीन के साथ जारी डोकलाम विवाद को लेकर विपक्ष ने सरकार पर सवाल उठाए थे.
सभी को उम्मीद थी कि जर्मनी में अनौपचारिक ब्रिक्स समूह के देशों के नेताओं की बैठक के दौरान प्रधानमंत्री मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच हुई मुलाकात के बाद डोकलाम का विवाद शायद खत्म हो जाएगा और चीन नाथूला के रास्ते कैलाश मानसरोवर की यात्रा लगाई रोक को हटा लेगा. ऐसा होना तो दूर चीन के सरकारी अखबार पीपुल्स डेली ने 1962 की जंग तक याद दिला दी.
इससे पहले चीन ने अपने नागरिकों को भारत में सुरक्षित रहने की सलाह तक जारी कर दी थी. चीनी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने अपने संपादकीय में भारत को सबक सिखाने की चेतावनी तक दे डाली थी.
यह बिल्कुल स्पष्ट था कि विपक्ष समेत एनडीए सरकार में शामिल बीजेपी के सहयोगी दल भी इन सब मसलों को 17 जुलाई से शुरू हो रहे संसद सत्र में जरूर उठाए. विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने शायद इसी के चलते सभी दलों के नेताओं की बैठक बुलाई है.
प्रधानमंत्री मोदी ने सर्वदलीय बैठक बुलाने की सलाह: सूत्र
एबीपी न्यूज़ को मिली जानकारी के मुताबिक सभी दलों को स्थिति से अवगत कराने की सलाह प्रधानमंत्री मोदी ने दी जिसके बाद सभी नेताओं को आमंत्रित किया गया. बैठक में गृहमंत्री राजनाथ सिंह भी चीन के साथ चल रहे विवाद, पाकिस्तान नीति और कश्मीर के हालात सामान्य करने की दिशा में उठाए जा रहे कदमों की जानकारी देंगे.
एबीपी न्यूज़ को मिली जानकारी के मुताबिक सभी दलों को स्थिति से अवगत कराने की सलाह प्रधानमंत्री मोदी ने दी जिसके बाद सभी नेताओं को आमंत्रित किया गया. बैठक में गृहमंत्री राजनाथ सिंह भी चीन के साथ चल रहे विवाद, पाकिस्तान नीति और कश्मीर के हालात सामान्य करने की दिशा में उठाए जा रहे कदमों की जानकारी देंगे.