नई दिल्ली: दिल्ली में एमसीडी चुनावों से पहले कांग्रेस को ताबड़तोड़ झटके लग रहे हैं. अरविंदर सिंह लवली के बाद अब दिल्ली प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्षा बरखा शुक्ला सिंह ने भी अपने पद से इस्तीफा दिया है. गुरुवार को बरखा ने अपना इस्तीफा कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के पास भेज दिया है. हालांकि उन्होंने फिलहाल पद छोड़ी है पार्टी नहीं, यह साफ नहीं है कि वह किसी पार्टी में ज्वाइन करेंगीं या नहीं.
बरखा ने दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर कई तरह के आरोप भी लगाए. बरखा ने कहा कि अगर राहुल गांधी से पार्टी नहीं संभल रही तो वह छोड़ दे. बरखा ने कहा कि अगर राहुल गांधी को अध्यक्ष बनाया गया तो यह डिजास्टर होगा. वह इस पद के लायक नहीं है. बरखा ने अजय माकन और राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी महिला सुरक्षा का मुद्दा काफी जोरों शोरों से उठाती है, लेकिन उसकी कथनी और करनी में काफी फर्क है. बरखा ने कहा कि एक साल पहले मेरे साथ बदतमीजी हुई थी, जिसकी शिकायत मैंने सोनिया गांधी से भी की थी लेकिन उस पर कोई भी कार्रवाई नहीं की गई थी.
उन्होंने कहा कि इस्तीफा देने से पहले उन्होंने राहुल गांधी और दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष अजय माकन से मिलने की कोशिश की थी. लेकिन मुलाकात नहीं हो पाई. बरखा सिंह ने कहा कि राहुल गांधी और अजय माकन की कथनी करने में फर्क है. बरखा ने कहा कि अजय माकन एक साल से बदतमीजी कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि पार्टी किसी एक की नहीं है. राहुल गांधी को अध्यक्ष बनाया गया तो पार्टी का विनाश हो जाएगा. उन्होंने कहा कि एक साल से वह राहुल गांधी से मिलने का समय मांग रही है जो आजतक नहीं मिला. बरखा ने पार्टी आलाकमान पर निशाना साधते हुए कहा कि पार्टी में कोई हमारी नहीं सुनता. जब हम पार्टी के अंदर किसी की शिकायत करते हैं, तो हमारी सुनवाई नहीं होती है.
बरखा ने कहा कि अजय माकन ने मेरे और दिल्ली महिला कांग्रेस की कई पदाधिकारियों के साथ मिसबिहेव किया और जब हम यह मामला राहुल गांधी के नोटिस में लेकर आए तो उन्होंने कोई ध्यान नहीं दिया. राहुल गांधी और अजय माकन के इसी व्यवहार के चलते ही 5 डिस्ट्रिक्ट प्रेसिडेंट और 75 ब्लॉक प्रेसिडेंट्स ने संगठन से इस्तीफा कर दिया है .जब हम अजय माकन के खिलाफ शिकायत दर्ज कराते हैं तो हमें धमकाया जाता है.