उन्होंने यह भी कहा कि संविधान के रचयिता बीआर अंबेडकर ने भी धर्म आधारित आरक्षण का विरोध किया था। उन्होंने कहा कि हम केसीआर (तेलंगाना के मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव) के आरक्षण लागू करने की इच्छा का विरोध नहीं कर रहे। भाजपा ने पहले भी राजशेखर रेड्डी (संयुक्त आंध्र के दिवंगत सीएम) और चंद्रबाबू नायडू (मौजूदा सीएम) की ऐसी कोशिशों का भी विरोध किया है।
वेंकैया नायडू ने कहा कि हम ऐसी किसी भी आरक्षण का विरोध करेंगे जिससे एक और पाकिस्तान बनने का खतरा पैदा हो। भाजपा की यह अखिल भारतीय नीति है। यह भाजपा की सिर्फ तेलंगाना इकाई की नीति नहीं है। नायडू ने कहा कि भाजपा संप्रदाय आधारित आरक्षण के खिलाफ है। इस तरह के आरक्षण से लोगों के बीच संप्रदाय के आधार पर बंटवारा हो जाएगा। सामाजिक उथल-पुथल मच जाएगी। केंद्रीय मंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि उनकी पार्टी मुसलमानों के खिलाफ नहीं है।
उल्लेखनीय है कि तेलंगाना के सीएम के. चंद्रशेखर राव ने हाल ही में कहा था कि उनकी सरकार 16 अप्रैल को विधानसभा सत्र चलाकर एसटी (अनुसूचित जनजाति) और पिछड़ों के धड़े में मुसलमानों को शामिल करेगी। राव ने यह भी कहा था कि विधानसभा में यह बिल पारित किए जाने के बाद इसे केंद्र के पास मंजूरी के लिए भेजा जाएगा।