कोलकाता। अपने गृह राज्य झारखंड की पहली बार कप्तानी कर रहे महेंद्र सिंह धोनी ने रविवार को धूम मचा दी। विजय हजारे ट्रॉफी में छत्तीसगढ़ के शानदार शतक ठोंकते हुए धोनी ने छत्तीसगढ़ के सामने 243 रनों का लक्ष्य रखा। जिसके जवाब में छत्तीसगढ़ की पूरी टीम 165 रनों पर सिमट गई और झारखंड ने 78 रनों से मैच अपने नाम किया।
ईडन गार्डेन्स में खेले गए ग्रुप डी के मुकाबले में एक वक्त झारखंड की टीम महज 57 रनों पर 6 विकेट खो चुकी थी। जिसके बाद धोनी ने अपना खतरनाक खेल दिखाते हुए शानदार 129 रनों की शतकीय पारी खेल डाली। इस पारी में उन्होंने 6 गगनचुंबी छक्के और 10 करारे चौको भी लगाए।
एक दिन पहले ही कर्नाटक के खिलाफ कप्तान धोनी ने 43 रनों की पारी खेली थी जिसमें उनकी टीम को हार का सामना करना पड़ा। लेकिन आज धोनी ने अपनी टीम को मुश्किल से उबारने वाली शतकीय पारी खेल खुद के फॉर्म में होने के पूरे संकेत दे दिए हैं।
आज मैच में जब कप्तान धोनी मैदान पर उतरे तो झारखंड की टीम 43 के स्कोर पर 4 विकेट गंवाकर मुश्किल में फंसी हुई थी। धोनी के क्रीज पर पहुंचने के बाद टीम ने 14 रनों के अंदर ईशान जग्गी और कौशल सिंह के भी विकेट गंवा दिए लेकिन उसके बाद शाहबाज नदीम (53) के साथ मिलकर 151 रनों की अहम साझेदारी कर टीम की मैच में वापसी करवा दी।
अंतिम ओवरों में भी धोनी अपने चिरपरिचित अंदाज में नजर आए और टीम को 243 रनों के स्कोर तक पहुंचा कर दी दम लिया। पारी की आखिरी गेंद पर जाकर कप्तान धोनी की ये विस्फोटक आंधी समाप्त हुई।