Akhilesh Yadav on Caste Census: लोकसभा चुनाव से पहले जातीय जनगणना को लेकर सियासत तेज हो गई है. विपक्ष दल इस मुद्दे को जोर-शोर से उठा रहे हैं और हर मंच पर इसकी बात कर रहे हैं, वहीं बीजेपी (BJP) जातीय गणना के पक्ष में नहीं है, बीजेपी विपक्ष पर जातीय राजनीति का आरोप लगा रही है. इस बीच समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने एक बार फिर से जातीय जनगणना को लेकर बड़ा दावा किया है. उन्होंने कहा कि चुनाव आते-आते बीजेपी भी इसकी बात करने लगेगी.
सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार की गलत नीतियों के चलते पिछड़ों, दलितों और अल्पसंख्यकों के साथ अन्याय हो रहा है. जिसकी वजह से अब देश भर में जातीय जनगणना की मांग होने लगी है. हो सकता है कि चुनाव आते-आते भाजपा भी जातीय जनगणना की बात करने लगे. अखिलेश यादव ने बात सपा के पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ को संबोधित करते हुए कही.
जातीय जनगणना को लेकर किया दावा
शुक्रवार को पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ को संबोधित करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि सामाजिक न्याय और समानता तभी आएगी जब जातीय जनगणना होगी. इससे सभी पिछड़ों, दलितों, अल्पसंख्यकों को अधिकार के साथ सम्मान भी मिलेगा. इससे सभी को समानुपातिक भागीदारी मिल सकेगी. उन्होंने कहा कि हम आज पिछड़े, दलित समाज को अपना हक और सम्मान दिलाने के लिए प्रतिबद्ध हैं. हम सब एक हैं.
अखिलेश यादव ने कहा, समाज में विसंगति और असमानता को दूर करने के लिए नेताजी ने फूलन देवी को संसद पहुंचाया था. भाजपा से सावधान रहना है, भाजपा के षडयंत्र से बचना है. लोगों के पुश्तैनी काम छिन रहे हैं. हमारी लड़ाई लम्बी है. अब बूथ पर लड़ाई है. 2024 के लोकसभा चुनाव में हम सभी मिलकर भाजपा को सत्ता से बाहर करेंगे. अखिलेश ने इस दौरान पीडीए का भी जिक्र किया और कहा कि आज पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक समाज के लोग सपा के साथ हैं.