कोविड महामारी और रूस-यूक्रेन वार के कारण ग्लोबल स्तर पर संकट छाया हुआ है. कई देशों में मंदी की आशंका भी है. वहीं अब इजराइल फलस्तीन के बीच युद्ध ने नया संकट खड़ा कर दिया है. दूसरी ओर, पिछले कुछ सालों में आईटी सेक्टर से बड़े स्तर पर नौकरियों में कटौती हुई. हालांकि इसके इतर एक ऐसा सेक्टर है, जिसने कोविड के बाद तेजी से ग्रोथ की है.
अब इस सेक्टर में बड़े लेवल पर नौकरियों की संभावना बढ़ रही है. भारत में ट्रैवल , टूरिज्म और हॉस्पिलिटी इंडस्ट्री से आने वाले महीनों में हजारों नौकरियों के अवसर खुलेंगे. यह त्योहारी सीजन में ट्रैवल में बढ़ोतरी और कोविड के बाद से ट्रैवल सेक्टर गुलजार होने के कारण नौकरियों के मौके बन रहे हैं.
70 से 80 हजार नौकरियों के अवसर
स्टाफिंग कंपनी टीमलीज के अनुसार, त्योहारी सीजन के दौरान यात्रा की मांग तेजी से बढ़ी है. इसके साथ ही क्रिकेट वर्ल्ड कप ने भी यात्रा की मांग को बढ़ाई है. आईसीसी मेंस वर्ल्ड कप इस बार भारत के अलग-अलग शहरों में हो रहा है. करीब 10 शहरों में आयोजित इस टूर्नामेंट से टूरिज्म सेक्टर को एक रफ्तार का मिली है. टीमलीज का अनुमान है कि इससे आने वाले महीने में 70,000-80,000 नौकरियों के अवसर बनेंगे.
होटल की बुकिंग बढ़ी
कोविड के बाद यह पहला ऐसा साल है, जब होटल की इतनी ज्यादा संख्या में बुकिंग हो रही है. आने वाले त्योहारी सीजन में यह डिमांड और बढ़ने की उम्मीद है.
इसके अलावा, यह कोविड के बाद का पहला वर्ष है जब उद्योग को होटल अधिभोग और ग्राहकों की संख्या महामारी-पूर्व के स्तर से अधिक देखने और अग्रणी होटल श्रृंखलाओं द्वारा विस्तार की बौछार देखने की उम्मीद है।
मांग बढ़ने से होटलों की बढ़ीं
आईटीसी समर्थित फॉर्च्यून होटल्स, लेमन ट्री होटल्स और कई अन्य बड़े और मध्यम साइज के होटल मांग को पूरा करने के लिए छोटे और गैर-ब्रांडेड होटलों का अधिग्रहण कर रहे हैं. ईटी की रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी के शीर्ष अधिकारियों ने कहा कि इससे 6-12 महीनों में कंपनियों ने 1,500 से 3,000 लोगों को नौकरी पर रखा है. ऐसी मांग को देखते हुए अनुमान है कि अन्य कंपनियां भी लोगों को हायर करेंगी.
किस पोस्ट के लिए बनेंगे मौके
इस सेक्टर में टॉप रोल की बात करें तो हॉस्पिटैलिटी मैनेजर, इंवेट प्लानर और क्वार्डिनेटर्स, रेस्टोरेंट स्टाफ, लॉजिस्टिक्स मैनेजर और ड्राइवर्स जैसी पोस्ट के लिए जॉब के अवसर बनेंगे.