पटना। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (बीएसईबी) ने माध्यमिक वार्षिक परीक्षा (मैट्रिक) की तारीख घोषित कर दी है। मैट्रिक का रिजल्ट अब 22 जून को घोषित किया जाएगा। बोर्ड अध्यक्ष आनंद किशोर के अनुसार मैट्रिक रिजल्ट से संबंधित सभी तैयारी पूरी कर ली गई है। किसी तरह की त्रुटि नहीं रहे इसके लिए विशेष सतर्कता बरती जा रही है।
इस साल की वार्षिक परीक्षा का रिजल्ट 22 जून तक जारी कर दिया जाएगा। परीक्षार्थियों को तिथि की जानकारी मंगलवार को दी जाएगी। बोर्ड ने मैट्रिक रिजल्ट की संभावित तिथि पहले 15 जून बताया था। बाद में इसे बढ़ा कर 20 जून किया गया। विभाग से टॉपर्स के फिजिकल वेरिफिकेशन की हरी झंडी मिलने के बाद तिथि बढ़ानी पड़ी।
वहीं,बोर्ड सूत्रों का कहना है कि टॉप-10 की कॉपियों की जांच और फिजिकल वेरिफिकेशन का काम सोमवार को पूरा होगा। रविवार और सोमवार को बोर्ड के विषयवार विशेषज्ञों की टीम ने टॉपर्स परीक्षार्थियों की कॉपियों की दोबारा जांच की। कॉपियों की जांच के लिए 25 विशेषज्ञों की टीम बनाई गई थी।
वहीं, टॉप-10 परीक्षार्थियों का फिजिकल वेरिफिकेशन बोर्ड द्वारा गठित पटना, मगध और वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालयों के विभिन्न विभागों के अध्यक्षों की टीम ने की। दो दिनों में 15 से अधिक परीक्षार्थियों का फिजिकल वेरिफिकेशन किया गया। सोमवार को तीन परीक्षार्थियों के देर से पहुंचने के कारण देर शाम तक वेरिफिकेशन हुआ।
टॉपर्स को लेकर संशय बरकरार
प्राप्त जानकारी के मुताबिक टॉपर्स को लेकर संशय बरकरार है। अभी 20 टॉपर्स की लिस्ट अधूरी हैं। बोर्ड अबतक मैट्रिक के 16 टॉपर्स का इंटरव्यू ले चुका है। फिलहाल 4 टॉपर्स को लेकर संशय बरकारर है।
दरअसल, बिहार बोर्ड के इंटर रिजल्ट में जिस तरह टॉपर विवाद हुआ, उसके बाद बोर्ड किसी तरह की हड़बड़ी नहीं करना चाहता है। बोर्ड से यह खबर छन कर आ रही है कि मैट्रिक में किसी तरह का विवाद नहीं हो इसके लिए फूंक फूंक कर कदम रखा जा रहा है।
इस साल मैट्रिक परीक्षा में 20 लाख के करीब छात्र एपीयर हुए हैं। जिन छात्रों ने परीक्षा दी है वो रिजल्ट घोषित होने के बाद बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर biharboard.ac.in रिजल्ट देख सकते हैं।
आपकों बता दें कि बिहार स्कूल एग्जामिनेशन बोर्ड यानी बीएसईबी की दसवीं की परीक्षा एक मार्च से शुरू हुई थी और 8 मार्च को खत्म हुई थी।
इससे पहले, बिहार बोर्ड ने 30 मई को 12वीं कक्षा के रिजल्ट घोषित किए थे जिसमें 35 फीसद स्टूडेंट्स ही पास हुए थे। इंटर साइंस में सिर्फ 30.11, आर्ट्स में 37.13 और कॉमर्स में 73.76 फीसद स्टूडेंट्स पास हुए थे।