द हेग. भारत ने पाकिस्तान में भारतीय नौसेना के पूर्व अधिकारी कुलभूषण जाधव को जासूसी के आरोप में सुनाए गए मृत्युदंड को तत्काल निलंबित करने की मांग करते हुए सोमवार को इंटरनैशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस (आईसीजे) के सामने पड़ोसी देश को बेनकाब किया। भारत ने साथ ही आशंका जताई कि इस मामले में आईसीजे का फैसला आने से पहले ही कुलभूषण को फांसी दी जा सकती है। भारतीय वकील हरीश साल्वे ने अपनी दलीलों में बताया कि किस तरह पाकिस्तान ने बुनियादी, मानवाधिकारों और अंतरराष्ट्रीय कानूनों की धज्जियां उड़ाईं। अब पाकिस्तान की दलीलों पर नजर टिकी हुई है। आईसीजे का फैसला आज आने की संभावना कम है। दोनों देशों को अपना पक्ष रखने के लिए 90-90 मिनट दिए गए हैं। भारत के वकील हरीश साल्वे ने इंटरनैशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस में कहा कि उनके देश को अंदेशा है कि सुनवाई पूरी होने से पहले उसके नागरिक कुलभूषण जाधव को फांसी दी जा सकती है। साल्वे ने कहा कि जाधव को 3 मार्च को गिरफ्तार किया गया था और जासूसी और विध्वंसक गतिविधियों के आरोपों में उन्हें फांसी की सजा सुनाई गई है। उनसे जब इकबालिया बयान दिलवाया गया ,जब वह पाकिस्तान की सैन्य हिरासत में थे। जैसे ही आईसीजे ने जाधव मामले की सुनवाई शुरू की, भारत ने कहा कि पाकिस्तान ने पूरी दुनिया में ‘बुनियादी’ माने जाने वाले मानवाधिकारों की धज्जियां उड़ा दी हैं।भारत ने आईसीजे से कहा, ‘हम जाधव के लिए उचित कानूनी प्रतिनिधित्व चाहते हैं। भारत ने 8 मई को पाकिस्तान पर कूटनीतिक रिश्तों पर वियेना समझौते का उल्लंघन करने का आरोप लगाते हुए सजाए मौत तत्काल निलंबित करने का आह्वान किया और कहा कि पाकिस्तान ने जाधव की कूटनीतिक पहुंच के उसके 16 आग्रह ठुकरा दिए।’
साल्वे ने अदालत से कहा कि मौजूदा परिस्थिति बहुत गंभीर है और यही कारण है कि भारत आईसीजे की भागीदारी चाहता है। उन्होंने पाकिस्तान में जाधव के खिलाफ सुनवाई प्रक्रिया को ‘हास्यास्पद’ बताया और कहा कि पाकिस्तान ने अपने बेटे से मिलने के जाधव की मां के आग्रह का जवाब नहीं दिया। भारत पहले अपना पक्ष पेश कर रहा है इसके बाद पाकिस्तान अपना पक्ष रखेगा। दोनों पक्षों को 90-90 मिनट मिलेंगे।
ICJ में भारत ने कहा-रद हो जाधव की फांसी, कुछ देर में पाक रखेगा अपना पक्ष
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