मुख्य कलाकार: श्रीदेवी, सजल अली, अक्षय खन्ना, नवाज़ुद्दीन सिद्दीक़ी
निर्देशक: रवि उदयवार
निर्माता: बोनी कपूर
स्टार: 5/3
निर्देशक: रवि उदयवार
निर्माता: बोनी कपूर
स्टार: 5/3
बॉलीवुड की दिग्गज अभिनेत्री श्रीदेवी की फिल्म ‘मॉम’ आज 7 जुलाई को सिनेमाघरों में रिलीज हो गई. लम्बे समय बाद एक बार फिर श्रीदेवी ने दमदार वापसी की है. इस फिल्म के जरिए रवि उदयावर ने डायरेक्शन के क्षेत्र में डेब्यू किया है.
कहानी- कहते हैं भगवान हर जगह नहीं होता है इसलिए उसने ‘मां’ को बनाया है. फिल्म की कहानी एक मां (श्रीदेवी) के इर्दगिर्द बुनी है. जो अपनी बेटी (आर्या) को इंसाफ दिलाने के लिए किसी भी हद तक गुजर जाती है. कहानी की शुरुआत एक स्कूल से होती है. जिसमें देवकी (श्रीदेवी) टीचर है और उसकी क्लास में बेटी आर्या भी पढ़ती है. क्लास में मोहित नाम का एक लड़का भी पढ़ता है जो आर्या को गंदे मैसेज भेजता है. इसका पता चलने पर देवकी एक टीचर होने के नाते उसे क्लास में सजा देती है. जिसके बाद मोहित उसकी बेटी से इस बात का बदला लेने के लिए अपने दोस्तों साथ मिलकर उसका रेप कर डालता है. फिर शुरू होता है कहानी में ट्विस्ट. अपनी बेटी को इंसाफ दिलाने के लिए एक माँ किस हद तक जाती है. फिल्म की पूरी कहानी इसी ताने बाने पर बुनी हुई है. बेटी को न्याय दिलाने के लिए देवकी डिटेक्टिव डीके (नवाजुद्दीन सिद्दकी) का सहारा लेती है. लेकिन क्या देवकी अपनी बेटी आर्या को इंसाफ दिला पाएगी और क्या होगा देवकी का दोषियों के खिलाफ अगला कदम? ये सब कुछ जानने के लिए आपको पूरी फिल्म देखनी होगी.
डायरेक्शन- इस फिल्म के जरिए पहली बार डायरेक्शन कर रहे रवि उदयावर ने बढ़िया काम किया है. कैमरा वर्क भी काफी शानदार है. ड्रोन कैमरे का भी इस्तेमाल काफी खूबसूरती से किया गया है. फिल्म की कहानी कमजोर है. हाल ही में इस पर कई फ़िल्में भी बन चुकी है. जिसके कारण फिल्म थोड़ी उबाओ लगती है. लेकिन फिल्म में अगले पल क्या होगा इस बात का अंदाजा आप लगा नहीं पाएंगे.
एक्टिंग- एक मां की भूमिका में श्रीदेवी बिल्कुल फिट बैठती हैं. अपनी दमदार एक्टिंग के बदौलत उन्होंने पूरी फिल्म में दर्शकों को बांधे रखा है. वहीं सजल अली ने आर्या के रोल को बखूबी निभाया है. वहीं नवाजुद्दीन सिद्दीकी की एक्टिंग और स्टाइल लाजवाब है. उनका किरदार आपको समय-समय पर गुदगुदाता है. काफी समय बाद अक्षय खन्ना भी इस फिल्म में नजर आए. देखा जाए तो सभी ने दमदार एक्टिंग की है.
म्यूजिक- फिल्म का म्यूजिक ठीक-ठाक है. इस पर थोड़ा और काम किया जाना चाहिए था.
देखें या नहीं- श्रीदेवी और नवाजुद्दीन के लिए इस फिल्म को एक बार जरुर देखा जा सकता है.