Nokia : टेलिकॉम कंपनी नोकिया ने अपने ग्लोबल रिसर्च एंड डेवलपमेंट सेंटर बेंगलुरु में 6G लैब बनाई है। कंपनी का दावा है कि यह अपनी तरह की पहली लैब है। इस लैब का उद्घाटन रेलवे और टेलिकॉम मिनिस्टर अश्विनी वैष्णव ने किया। यह भी पढ़े: सेंसेक्स 364 अंक तेजी के साथ 65,995 पर बंद
इस लैब में ‘नेटवर्क एज ए सेंसर’ यानी नेटवर्क को सेंसर की तरह बनाने के लिए रिसर्च की जाएगी। इस टेक्नोलॉजी के जरिए नेटवर्क बिना किसी ऑनबोर्ड सेंसर के वस्तुओं, लोगों और मूवमेंट यानी गति को सेंस कर पाएगा। इस टेक्नोलॉजी के जरिए डिजीटल और फिजिकल दुनिया को एक साथ लाया जा सकेगा।
दूर की वस्तुओं के साथ बातचीत भी कर पाएंगे लोग
कंपनी ने बताया कि सेंसिंग पूरी तरह से वायरलेस नेटवर्क से जुड़ी होगी और कम्युनिकेशन सर्विसेज के साथ-साथ काम करेगी। इसकी मदद से लोग अपने चारों ओर देख पाएंगे, अपने आस-पास की चीजों को बेहतर जान पाएंगे और दूर की वस्तुओं के साथ बातचीत भी कर पाएंगे।
कंपनी ने बताया कि नोकिया 5G नेटवर्क डिस्ट्रीब्यूशन में दुनिया के साथ चल रही है। साथ ही 6G पर भी काम कर रही है। कंपनी इसके लिए उद्योगपतियों, शिक्षाविद और ग्लोबल रिसर्च संस्थानों के साथ मिलकर इस प्रोजेक्ट पर काम कर रही है।कंपनी 6G के लिए एक कॉमन व्यू पर काम कर रही है, जिसमें हेक्सा-X और हेक्सा-X-II शामिल है। ये यूरोपियन फ्लैगशिप के पहले और दूसरे हैं। नोकिया नेक्स्ट G अलायंस का संस्थापक सदस्य भी है।
भारत को इनोवेशन हब बनाने की दिशा में बड़ा कदम
इस 6G लैब के उद्घाटन के मौके पर रेलवे और मिनिस्टर अश्विनी वैष्णव ने कहा कि बेंगलुरु में आज 6G लैब का इनॉगरेशन प्रधानमंत्री मोदी के भारत को इनोवेशन का हब बनाने के विजन में एक कदम है। उन्होंने कहा, MS वेब स्पेक्ट्रम पर लाइव 6G डेमो सेटअप के साथ भारत में स्थापित पहली लाइव 6G लैब है। इससे रिसर्च लैब शिक्षाविद और स्टार्टअप को फायदा मिलेगा।