शिवसेना उद्धव बाला साहेब ठाकरे के नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत के बयान पर राम मंदिर के मुख्य पुजारी ने प्रतिक्रिया दी है. राउत ने कहा था कि इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आमंत्रित करने की जरूरत नहीं थी. राउत के इस बयान पर मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा कि लोग अपनी विचारधारा के अनुसार बात करते हैं. संजय राउत को सिर्फ चुनाव दिखाई दे रहा है.
मुख्य पुजारी ने कहा कि प्राण प्रतिष्ठा आस्था, विश्वास, भक्ति का विषय है. इस लिए पीएम को आमंत्रित किया गया है. इससे पहले भी, उन्होंने भूमि पूजन और भूमिपूजन किया था. अब जब मंदिर लगभग बन चुका है और इसकी प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी 2024 को होगी, तो पीएम को आमंत्रित किया गया है और उन्होंने निमंत्रण स्वीकार कर लिया है.
उन्होंने कहा कि यह भक्ति और विश्वास का विषय है. जहां तक राजनीति और चुनाव का सवाल है तो ये आते-जाते रहेंगे लेकिन सभी राजनीतिक दलों को यह समझना चाहिए कि पीएम को भगवान राम का आशीर्वाद प्राप्त है. इसीलिए वह सत्ता में हैं और आगे भी रहेंगे. जो लोग भगवान राम का विरोध करते हैं वे सड़कों पर घूम रहे हैं और ऐसा करना जारी रखेंगे.’
दीगर है कि संजय राउत ने कहा था, “पीएम को आमंत्रित करने की कोई आवश्यकता नहीं है. वह खुद जाएंगे. वह पीएम हैं. वह जरूर जाएंगे. इतने बड़े आयोजन को कोई क्यों छोड़ेगा? राम मंदिर तो बनना ही था. इसके लिए हजारों कारसेवकों ने अपनी जान दे दी. इसमें तमाम हिंदुत्ववादी संगठन और पार्टियां शामिल थीं. शिव सेना, बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद वहां थे… लालकृष्ण आडवाणी ने रथ यात्रा निकाली थी. इन सबका नतीजा है कि राम मंदिर बन रहा है. इसी वजह से पीएम मोदी वहां जाकर पूजा-अर्चना करेंगे लेकिन मुझे लगता है कि ये चुनाव की तैयारी है.