वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूस को चेतावनी देते हुए कहा है कि तैयार हो जाओ, क्योंकि मिसाइलें आ रही हैं। ट्रंप का ये बयान लेबनान में रूसी राजदूत की उस टिप्पणी के बाद आया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि सीरिया को निशाना बनाकर दागी जाने वाली हर एक अमेरिकी मिसाइल को बर्बाद कर दिया जाएगा।
सीरिया के मुद्दे पर अमेरिका और रूस के बीच गतिरोध बढ़ता जा रहा है। अमेरिका ने सीरिया में संदिग्ध रासायनिक हमले के बाद बड़ी सैन्य कार्रवाई की धमकी दी थी। लेकिन रूस ने अमेरिका से कोई सैन्य कार्रवाई ना करने की अपील की थी। लेकिन इसके बाद रूस और अमेरिका के बीच जुबानी जंग शुरू हो गई है। लेबनान में रूसी राजदूत अलेक्जेंडर झापकिन के बयान के बाद ट्रंप ने ट्वीट कर रूस को चेतावनी दी है।
ट्रंप ने ट्वीट में लिखा, ‘रूस ने कसम खाई है कि सीरिया पर दागी गई सभी मिसाइलों को वो मार गिराएंगे। रूस तैयार हो जाओ, क्योंकि वे आ रही हैं, बेहतरीन, नई और स्मार्ट। आपको एक ऐसे जानवर का साझेदार नहीं होना चाहिए, गैस को हथियार बनाकर लोगों को मारता है और फिर उसका आनंद लेता है।’
सुरक्षा परिषद की बैठक में यूएन में अमेरिका की राजदूत निक्की हेली ने कहा कि इन हमलों के लिए जिम्मेदार दैत्य का विवेक मर गया है, मृत बच्चों की तस्वीर देखकर भी वह विचलित नहीं हुआ। उन्होंने कहा, ‘सीरियाई बच्चों के खून से सने हाथ वाली रूस सरकार को पीडि़तों की तस्वीर देखकर शर्म नहीं आई। हम असद सरकार के जानलेवा विनाश को साकार करने में रूस और ईरान की भूमिका को नजरअंदाज नहीं कर सकते।’ हेली ने चेतावनी दी कि अमेरिका हमला करने वाले को जवाब देगा। यूएन में रूसी राजदूत वेसिली नेबेनजिया ने कहा कि बिना जांच के जिम्मेदारी रूस और ईरान पर डाली जा रही है। हमें इस हमले की तह तक जाने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि सीरिया के डोउमा में सेरीन या क्लोरीन के इस्तेमाल की पुष्टि नहीं हुई है। रासायनिक हथियारों की निगरानी करने वाले ओपीसीडब्ल्यू के विशेषज्ञ तुरंत सीरिया जाएं और जांच करें। यूएन महासचिव एंटोनियो गुतेरस ने डोउमा में कथित रासायनिक हथियार हमले पर चिंता जताई। साथ ही कहा कि इस टकराव का हल सैनिक कार्रवाई नहीं है। चीन ने भी सीरिया में सैनिक कार्रवाई के खिलाफ चेतावनी दी है। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि व्यापक एवं निष्पक्ष जांच से पहले किसी भी पक्ष को नतीजे पर नहीं पहुंचना चाहिए। रूस ने भी चेतावनी दी कि सीरिया पर सैनिक कार्रवाई के गंभीर परिणाम होंगे।