साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस की खास बातें
– दोनों देशों ने मादक पदार्थों की तस्करी नियंत्रित करने सहित आठ समझौतों पर हस्ताक्षर किए।
– पीए मोदी ने कहा, हमारी साझेदारी के पहलूओं की समीक्षा करते हुए सकारात्मक बैठक हुई।
– नेपाल के प्रधानमंत्री को आश्वासन दिया कि भारत उनके देश के सर्वागणिक विकास को लेकर प्रतिबद्ध है।
– देउबा ने कहा कि नेपाल कभी भी अपनी धरती से भारत-विरोधी गतिविधियां नहीं चलने देगा।
– दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों ने साथ मिलकर कटईया-कौशा और रक्सौल-परवानीपुर अंतरराष्ट्रीय बिजली आपूर्ति लाइन का उद्घाटन किया।
राजनीति में ऐसे दृश्य कभी-कभी ही देखने को मिलते हैं जो गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और नेपाल के प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा के साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान देखने को मिली। भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने दिखाया कि भारत की संस्कृति अतिथि देवो भव: की है और इसमें वह कभी पीछे नहीं हटने वाले। इसलिए साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बोलते-बोलते नेपाल के प्रधानमंत्री के गले में खरास आई, तो उन्होंने अपनी सीट से उठकर उन्हें पानी पिलाया।
हुआ कुछ ऐसा कि जब नेपाल के प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नई दिल्ली में साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे थे। इस दौरान केंद्रीय मंत्री नीतिन गडकरी, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और विदेश सचिव एस जयशंकर वहां मौजूद थे। नेपाल के प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा भारत और नेपाल संबंधों पर बोल रहे थे तभी उनका गला फंसने लगा। ऐसे में पीएम मोदी ने उनके लिए पास में पड़ी पानी की बोतल खोली। ये देखकर पास में बैठी सुषमा स्वराज खुद दोनों प्रधानमंत्रियों के स्टेज के पास पहुंचीं और उन्होंने पीएम मोदी से बोतल लेकर गिलास में पानी भरा।
सुषमा स्वराज ने गिलास में पानी भरने के बाद शेर बहादुर देउबा को दिया। पानी पीने के बाद शेर बहादुर देउबा ने उन्हें धन्यवाद कहा और अपना भाषणा जारी रखा। हालांकि इस दौरान सुरक्षाकर्मी भी आगे आया था लेकिन सुषमा स्वराज ने खुद पानी का गिलास नेपाल के पीएम को दिया।
पीएम मोदी की साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि भारत और नेपाल का संबंध हिमालय जितने पुराने हैं। पीएम मोदी ने कहा कि देऊबा की यह यात्रा ऐसे समय में हुई है जब हम राजनयिक संबंदों की 70वीं वर्षगांठ मना रहे हैं।