केंद्रीय खेल मंत्री विजय गोयल ने सोमवार को फिर से दोहराया कि जब तक सीमा पार से आतंकवाद बंद नहीं हो जाता है पाकिस्तान के साथ भारत की द्विपक्षीय क्रिकेट सीरीज संभव नहीं है और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) को भी इस मामले पर आगे बढ़ने से पहले सरकार से इजाजत लेनी होगी।
खेल मंत्री ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि यदि बीसीसीआई भविष्य में पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय सीरीज के संबंध में आगे बढ़ता है तो उससे पहले उसे सरकार से इस बारे में पूछना होगा।
गोयल ने यहां कहा, बीसीसीआई को पाकिस्तान के साथ सीरीज पर आगे बढ़ने से पहले सरकार से बात करनी होगी। क्रिकेट और आतंकवाद दोनों एक साथ नहीं चल सकते हैं और ऐसे में हम पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय सीरीज नहीं खेल सकते हैं।
खेल मंत्री ने कहा, पाकिस्तान कश्मीर में लगातार आतंकवाद फैला रहा है और खासतौर पर सीमा पार से आतंकवाद जारी है। ऐसी स्थिति में तो हम पाकिस्तान के साथ बिल्कुल भी क्रिकेट सीरीज नहीं खेल सकते हैं।
गौरतलब है कि हाल ही में बीसीसीआई के कार्यवाहक सचिव अमिताभ चौधरी ने कहा था कि बीसीसीआई पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय सीरीज के खिलाफ नहीं है। ऐसे में खेल मंत्री का बयान इसके बिल्कुल विपरीत है।
हालांकि चौधरी ने यह भी कहा था कि क्रिकेट सीरीज तभी संभव होगी जब सरकार इसके लिये हरी झंडी देगी। इस बीच गोयल ने भी साफ कर दिया है कि पाकिस्तान के साथ किसी तरह की सीरीज पर आगे बढ़ने से पहले बीसीसीआई को केंद्र सरकार से इजाजत लेनी अनिवार्य है।
भारत ने पाकिस्तान के साथ 2007 से ही कोई द्विपक्षीय सीरीज नहीं खेली है। हालांकि वर्ष 2012-13 में पाकिस्तान ने भारत का संक्षिप्त दौरा किया था जिसमें तीन वनडे और दो ट्वंटी 20 मैच खेले गये थे। गत वर्ष भी आईसीसी के फ्यूचर्स टूर प्रोग्राम (एफटीपी) के हिसाब से पाकिस्तान को द्विपक्षीय सीरीज के लिये भारत की मेजबानी करनी थी, जिससे भारत ने इंकार कर दिया था।