इस फ्राइडे बॉक्स ऑफिस पर रितेश देशमुख और विवेक ओबेरॉय की फिल्म ‘बैंक चोर’ रिलीज हुई है। आइए जानते हैं फिल्म का रिव्यू।
रितेश देशमुख और विवेक ओबेरॉय की फिल्म ‘बैंक चोर’ देशभर के सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी है। सभी फिल्मो का तो सिर्फ प्रमोशन होता है पर इस फिल्म का मासिक प्रमोशन किया गया। हर रोज़ किसी ना किसी फेमस पोस्टर पर रितेश देशमुख और विवेक ओबेरॉय की तस्वीर चिपका कर सोशल मीडिया पर वायरल की जा रही थी। काश की फिल्म भी पोस्टर की तरह इंटरेस्टिंग होती। खैर.. आइए जानते है कि फिल्म का रिव्यू कैसा है।
कहानी
कहानी तीन नौसिखिए चोरों की है जिनका नाम है चमक, गेंदा, और गुलाब। ये तीनो ही बैंक में चोरी करने का प्लान बनाते है पर एक के बाद बेवकूफियां करते है जो हँसी का माहौल बनाती है। ये तीनो चोर बैंक में मौजूद सभी लोगो को बंदी बना लेते है। इस बात की सुचना जैसे ही पुलिस और मीडिया को मिलती है वैसे ही वे अपने अस्त शश्त्र लेकर बैंक के बाहर पहुच जाते है। आधी फिल्म खत्म होने के बाद पता चलता है कि बैंक का असली चोर कोई और ही है। बस फिर क्या।। चमक, गेंदा, और गुलाब ज़िम्मेदारी लेते है असली चोर से बैंक और वहा मौजूद सभी लोगो को बचाने का। इस काम में तीनो चोरो की सहायता करतें है इन्स्पेक्टर अमजद खान (विवेक ओबेरॉय) और न्यूज़ एंकर गायत्री उर्फ़ गागा (रिया चक्रवर्ती)। जब असली चोर से पता चलता है कि इस मामले में नेता और कई बड़े नाम भी शामिल हैं तो चंपक, गेंदा और गुलाब के लिए मुश्किलें और भी खड़ी होती है। आगे क्या होता है जानने के लिए आपको फिल्म देखने जाना होगा।
अभिनय
हर फिल्म की तरह रितेश देशमुख और विवेक ओबेरॉय ने इस फिल्म में भी अच्छी ही एक्टिंग की है। रिया चक्रवर्ती बहुत इरीटेटिंग लगी हैं। इन्हें इस फिल्म में ज़बरन धकेला गया है। फिल्म की जान भुवन अरोरा और विक्रम थापा ही हैं। इसके अलावा पॉप सिंगर बाबा सहगल, टीवी के जाने माने शेफ हरपाल सिंह कोहली ‘कभी खुशी कभी गम’ में ऋतिक के बचपन का रोल निभाने वाले काविश मजुमदार ने भी इस फिल्म में अपनी मौजूदगी दर्ज करवाई है।
सिनेमेटोग्राफी
इस फिल्म का फर्स्ट हाल्फ बहुत स्लो है जबकि दुसरा फिल्म देखने के लिए उत्साह बनाती है। इस फिल्म में फ्लैशबैक और वर्तमान को जोड़ने के लिए कॉमिक बुक स्ट्रिप जैसे स्टिल शॉट्स का इस्तेमाल किया गया है जो हॉलीवुड फिल्म ‘डेडपूल’ के शुरूआती क्रेडिट्स की याद दिलाता है।