बेंगलुरू। एआईएडीएमके प्रमुख वीके शशिकला को बेंगलुरू की सेंट्रल जेल में में स्पेशल ट्रीटमेंट मिल रहा है। शशिकला का जेल में खाना बनाने के लिए एक्सक्लूसिव किचन बनाया गया है। बताया जा रहा है कि इसके लिए उन्होंने अधिकारियों को दो करोड़ रुपए दिए हैं।
यह खुलासा जेल की वरिष्ठ अधिकारी डी रूपा ने अपनी एक रिपोर्ट में किया है। उन्होंने अपने वरिष्ठ अधिकारियों को सवालों के घेरे में खड़ा करते हुए कहा कि जेल में इस तरह की गतिविधियों की जानकारी होने के बावजूद उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की।
डी रूपा की रिपोर्ट में कहा गया है कि भ्रष्टाचार के आरोप में चार साल की जेल की सजा काट रहीं एआईएडीएमके प्रमुख ने स्पेशल किचन बनवाने के लिए जेल अधिकारियों को दो करोड़ रुपए दिए हैं। ऐसी अफवाहें भी चल रही हैं कि जेल के डीजीपी एचएन राव को भी मोटी रकम पहुंचाई गई है। डीजीपी पर काम में हस्तक्षेप करने का आरोप भी लगाया गया है।
जेल में सुविधाएं पाने वाली शशिकला अकेली नहीं हैं। इसके अलावा स्टैंप पेपर घोटाले का मास्टर माइंड अब्दुल करीम तेलगी को भी कई सुविधाएं मिली हैं। उसकी बैरक में पैरों और कंधों की मसाज करने के लिए तीन-चार लोग रहते हैं। गौरतलब है कि व्हीलचेयर पर आने के बाद उसे कोर्ट ने छह महीने पहले हेल्पर रखने की इजाजत दी गई थी।
रूपा ने कहा कि अब तेलगी पूरी तरह से फिट है, लिहाजा उसको दी गई सुविधा को वापस ले लेना चाहिए। जेल सुप्रीटेंडेंट को कई बार रिमांडर देने के बाद भी अभी तक कोई नतीजा नहीं निकला है।
गौरतलब है कि आय से अधिक संपत्ति के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने शशिकाल को चार साल जेल की सजा सुनाई है। रूपा ने सेंट्रल जेल के कई उल्लंघनों की बात अपनी जांच रिपोर्ट में लिखी है, जिसे उन्होंने अपने अधिकारी श्री राव को भेज दिया है। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि क्या उन्होंने राज्य के पुलिस प्रमुख सहित अन्य शीर्ष अधिकारियों को रिपोर्ट की कॉपी भेजी है या नहीं।
कुछ हफ्ते पहले जेल विभाग में डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल (डीआईजी) के रूप में पदभार संभालने वाली रूपा ने 10 जुलाई को परप्पन अग्रहारा केंद्रीय जेल की गहन जांच की थी। डीआईजी रूपा के डीजीपी राव से किए गए संवाद में यह कहा गया है कि आपकी जानकारी में होने के बावजूद भी स्पेशल किचन चल रहा है।
रूपा ने आगे कहा है कि ऐसी अफवाह भी है कि इसके लिए आपको दो करोड़ रुपए बतौर घूस दिए गए हैं। आपके इस मामले में शामिल होने के आरोप दुर्भाग्यशाली हैं। इसलिए दोषी अधिकारियों को इसकी सजा मिलनी चाहिए।