नई दिल्ली: (New Delhi) केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ मनसुख मांडविया ने शनिवार को कोहिमा में नगालैंड आयुर्विज्ञान एवं अनुसंधान संस्थान (एनआईएमएसआर) का उद्घाटन किया। इस अवसर पर नगालैंड के मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो, उप मुख्यमंत्री टी आर जेलियांग और नगालैंड के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री पी पैवांग कोन्याक भी उपस्थित थे।
इस अवसर पर डॉ मनसुख मांडविया ने कहा कि एनआईएमएसआर सिर्फ एक मेडिकल कॉलेज नहीं है, यह एक शोध संस्थान भी है। यह न केवल चिकित्सा शिक्षा प्रदान करने के उद्देश्य को पूरा करेगा बल्कि नगा लोगों के स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों का भी समाधान करेगा। केंद्र सरकार की प्रतिबद्धता पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि केवल 9 वर्षों की अवधि में एमबीबीएस सीटें 64,000 से बढ़कर 1,60,000 हो गई हैं। उन्होंने कहा कि इसी तरह पीजी सीटें भी पिछले 9 वर्षों में दोगुनी हो गई हैं।
मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो ने कहा कि आज नगालैंड के लोगों के लिए एक ऐतिहासिक दिन है, क्योंकि हमने राज्य में पहले मेडिकल कॉलेज का उद्घाटन किया है। नगालैंड के लोगों का अपने राज्य में एक मेडिकल कॉलेज होने का सपना आज साकार हो गया। उन्होंने यह भी कहा कि एनआईएमएसआर राज्य को अपनी माध्यमिक और तृतीयक स्वास्थ्य देखभाल को मजबूत करने में मदद करेगा और यह आने वाले दिनों में उत्कृष्टता का केंद्र बन जाएगा।
एनआईएमएसआर की सम्बद्धता नगालैंड विश्वविद्यालय से है। इसे अप्रैल 2023 में राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (एनएमसी) से शैक्षणिक वर्ष 2023-2024 तक 100 एमबीबीएस सीटों के प्रवेश के लिए अनुमति पत्र प्राप्त हुआ। राज्य के गठन के 60 वर्षों के बाद पहला मेडिकल कॉलेज शुरू हुआ है। नगालैंड राज्य से 85 एमबीबीएस छात्रों और अखिल भारतीय सीटों से 6 छात्रों को एनआईएमएसआर में प्रवेश मिला है।