मुंबई: (Mumbai) ठाणे राष्ट्रवादी कांग्रेस अजित गुट पार्टी के प्रवक्ता, ठाणे और पालघर समन्वयक, ठाणे जिला अध्यक्ष आनंद परांजपे ने आज एक बयान जारी कर कहा है कि पुलिस को मुंब्रा में ड्रग्स बेचने वाले सलमान फाल्के की मदद करने वाले जन प्रतिनिधि स्थानीय विधायक की जांच करके उन लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए जो मुंब्रा में युवा पीढ़ी को बर्बाद कर रहे हैं। उन्होंने कहा ड्रग्स का मुंब्रा कनेक्शन ढूंढा जाना चाहिए |
बताया जाता है कि ललित पाटिल ड्रग मामले में मुम्ब्रा के सलमान फाल्के का नाम सामने आया है। शिंदे गुट की प्रवक्ता विधायक मनीषा कायंदे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कुछ तस्वीरें दिखाई हैं. इसमें शानू पठान, ठाणे नगर निगम के पूर्व विपक्ष नेता. जितेंद्र अवाड नजर आ रहे हैं| इस पर प्रतिक्रिया देते हुए | अपने इंटरव्यू में जितेंद्र आव्हाड ने फोटो को फोटो दिखाते हुए कहा था कि ये मुख्यमंत्री वाला गैंगस्टर है |
जबकि जीतेंद्र आव्हाड को यह रुख अपनाना चाहिए था कि अगर कोई भी राजनीतिक व्यक्ति इन ड्रग मामलों में शामिल है, चाहे उसका बेटा ही क्यों न हो, अगर इस बात का कोई सबूत है कि सलमान फाल्के को कोई शाही आश्रय मिल रहा है, तो पुलिस को कार्रवाई करनी चाहिए। आनंद परांजपे ने बताया कि मुझे अच्छी तरह से याद है कि विधायक जितेंद्र आव्हाड ने विधान सभा में नशे के खिलाफ मुद्दा उठाया था, उन्होंने बोलते हुए कहा था कि मुंब्रा में खुलेआम नशीले पदार्थ कैसे बिक रहे हैं, किस कीमत पर बिक रहे हैं? परांजपे ने जोर देकर कहा कि मैंने सोचा था कि | जितेंद्र आव्हाड से आशा थी कि ऐसा रुख अपनाएंगे कि दवा मामले की निष्पक्ष जांच हो,और दवा बेचने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो, चाहे कोई राजनीतिक व्यक्ति ही क्यों न शामिल हो,| पुलिस किसी भी बच्चे को नहीं बख्शे। यदि सबूत हैं, सलमान फाल्के को कोई शाही आश्रय मिल रहा है, इसकी जाँच होना चाहिए |
उल्लेखनीय है कि राज्य के उपमुख्यमंत्री और गृह मंत्री देवेन्द्रजी फडणवीस ने पुलिस को ड्रग मामले में सख्त कार्रवाई करने के सख्त निर्देश दिए हैं, इस ड्रग मामले की पूरी जांच होनी चाहिए, चाहे मुंबई पुलिस हो, पुणे पुलिस हो या नासिक पुलिस, सभी पुलिस इस ड्रग मामले में कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए,| नासिक की नदी में ललित पाटिल, भूषण पाटिल ने ड्राइवरों से 100 करोड़ रुपये का ड्रग स्टॉक, जो छुपाया गया था ,उसे मुंबई पुलिस ने ढूंढ निकाला।
सिर्फ एक तस्वीर सामने आने से यह साबित नहीं होता कि कोई आरोपी है बल्कि सलमान फाल्के की सीडीआर में उसकी बातचीत, शानू पठान के साथ सलमान फाल्के का लेन-देन और ललित पाटिल द्वारा नासिक में स्थापित की गई ड्रग्स फैक्ट्री का भी पर्दाफाश हुआ है | ।
चूंकि सलमान फाल्के के पास 54 ग्राम ड्रग्स मिली थी, सलमान फाल्के के जरिए मुंब्रा में और भी ड्रग्स आई होगी, मुंब्रा में बेची गई होगी, अगर नासिक फैक्ट्री में बनी दवाएं मुंब्रा में बेची गईं तो इसकी जांच होनी चाहिए. पुलिस के पास मादक पदार्थों की तस्करी के सबूत होंगे और यदि इस मामले में मुंब्रा कनेक्शन है, यदि कोई भी जन प्रतिनिधि ड्रग तस्कर सलमान फाल्के की मदद करता है और कोई मुंब्रा में युवाओं का भविष्य, नशे की लत में डालकर बर्बाद करता है , तो पुलिस को इन नशीली दवाओं के मामलों में सख्त कार्रवाई करना चाहिए |